बुद्धिजीवी मुस्लिम समाज इस बात को स्वीकार करता है कि देश में हमसे नफरत सिर्फ सांप्रदायिक और फासीवादी ताकते ही करती है लेकिन देश का सेक्युलर हिन्दु जो कि बहुमत में है वह हिन्दु हमारे बडे भाई एक रथ के दो पहिये समान है। हम पर हो रहे अन्याय एवं अत्याचार के खिलाफ लडाई हमेशा हिन्दू नेताओने और सेक्युलर सिविल सोसायटी के हमारे हिन्दु भाईयो ने ही लड़ी है
राहुलजी ने देश की जनता की परेशानियो को संसद में उजागर करने के प्रसंशनीय आहवान के तहत लोकसभा में दिए अपने प्रथम भाषण में ही संवैधानिक तौर पर बिनसांप्रदायिक तरीके से सभी धर्म और जातियो का सम्मान करने का एलान किया था।
देश में एकमात्र कोग्रेस पार्टी ही देश के 140 करोड जनता का प्रतिनिधित्व बिनसांप्रदायिक विचारधारा के साथ देश के तमाम धर्म और जातियो को एकता के सूत्र में जोडकर रखने में कामयाब रही है। श्री मलिल्कार्जुन खडगेजी, श्री राहुल गांधीजी, सुश्री प्रियंका गांधीजी समेत कांग्रेस के सभी नेता हमेशा आरएसएस और फासीवादी भाजपा की जहरीली राजनिती के विरुद्ध ईमानदारी पूर्वक संघर्ष करते रहे है। कोग्रेस समेत खासकर गांधी परिवार के द्वारा दिए गए बलिदान और संघर्ष की वजह से धर्म और जाति के भेदभाव के बगैर देश में संविधान की ख्क्षा, चिनसांप्रदायिकता, सामाजिक न्याय और कानून का राज हंमेशा कायम रहेगा।
भारतीय मतदाताओं की सुझबुझ को सलाम, जिन्होने शांति और सदभावना को बरकरार रखते हुए 2014 से देश में फैली नफरत की राजनिती के जोर पर भाजपा लोकसभा चुनाव में जो 400 पार का नारा लगा रही थी, उस नारे को नाकाम करते हुए देश के मतदाताओने ध्रुवीकरण की राजनिती को नकार दिया और 303 सांसदो की जगह पर महज 240 सीटो पर ही भाजपा को समेटकर बहुमूल्य कार्य किया है। आज समग्र देश में भाजपा का वोट प्रतिशत 35 फीसदी के करीब है, यानि कि 65 फीसदी भारतीय मतदाता आज भी नफरत की राजनिती को नही स्वीकारता। ये दर्शाता है कि भाजपा द्वारा देश में धार्मिक ध्रुवीकरण के लगातार प्रयासो के बावजूद देश की जनता ने भाजपा की नफरतभरी राजनिती को नकार दिया है।
2014 से देश में लगातार हो रही नफरत की राजनिती के विरुद्ध राहुल गांधीजी ने सफलतापूर्वक भारत जोडो यात्रा एवं भारत न्याय यात्रा के माध्यम से देश में संविधान और बिनसांप्रदायिकता की रक्षा, सामाजिक न्याय, शांति और सदभावना की रक्षा करने तथा देश में पुनः कानून राज प्रस्थापित करने के लिए अहम किरदार निभाया है।
देशभर में हो रही मोबलीचीग और खासकर भडकाउ भाषण के विरुद्ध कानून के राज को स्थापित करने के लिए २०१८ के तहेसीन पूनावाला जजमेन्ट में भडकाउ भाषण और मोब लीचीग को लेकर दिशा निर्देश जारी करते हुए सुप्रिम कोर्ट ने कहा था कि देश में कही पर भी मोब लीचीग और भडकाउ भाषण होने पर स्थानिय प्रसाशन सुओमोटो – स्वतः संज्ञान लेकर कसूरवारो के खिलाफ सख्त कानूनी कारवाई करेगा और हर एक जिला और तहसील में एक नोडल अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा। जिनका ध्यान मोब लीचीग और भडकाउ भाषण देनेवालो पर रहेगा, परंतु दुखः के साथ यह कहना पड रहा है कि आज भाजपा शासित राज्यो के मुख्यमंत्रियो, सांसदो, विधायको और धर्मगुरुओ की ओर से सुप्रिम कोर्ट के दिशा निर्देशो की धज्जिया उडाकर अवमानना की जा रही है।
जून 2024 के लोकसभा चुनाव केपरिणामो के बाद डरी हुई भाजपा हरियाणा, जम्मु कश्मीर, महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावो को जीतने के लिए पिछले 6 महिने से देश में लगातार ध्रुवीकरण की राजनिती को बढावा देने के लिए वक्फ सुधार कानून लाने तथा कुष्ठ कट्टरवादी संगठनो को उकसाकर एक विशेष समुदाय को निशाना बनाकर बटोगे तो कटोगे जैसे भडकाउ नारे और सन्मानीय धर्मस्थापको को अपमानित करके नफरती राजनिती द्वारा दंगे भडकाने के ईरादे के साथ विशेष समुदाय को भडकाने का प्रयास कर रही है।
हम गर्व के साथ कहते है कि विशेष धर्म के लोगो को यातनाए देकर प्रताडित किया जा रहा है, इसके बावजूद हमारा समाज संयम बरत कर हिंसा से दूर रहकर मोब लीचीग और भडकाउ भाषण देनेवालो के विरुद्ध कानूनी कारवाई के अंतर्गत एफआईआर दायर करवाकर संयम से काम कर देश के संविधान, कानून और न्यायपालिकाओ पर अपना विश्वास व्यक्त करता रहा है।
बडे ही दुःख के साथ कहना पड रहा है कि देश की एकता, अखंडता और भाईचारे को बरकरार रखना जिनकी संवैधानिक जिम्मेदारी है ऐसे सन्मानीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एक है तो सैफ है मंगलसूत्र, बेटी ले जाएंगे और भैस चुरा ले जाएंगे जैसी बाते कर रहे है। देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी जिस गृहमंत्री अमित शाह पर है, उनकी उपस्थिति में मिथुन चक्रवर्ती द्वारा हिंसा भडकाने वाला भाषण दिया जाए यह अत्यंत गंभीर घटना की तरफ निर्देशित करता है।
देश के सब से बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिसवा सरमा, रामगिरी महाराज, यतिनरसिंहानंद सरस्वती तथा भाजपा विधायक नितेश राणे सहित संवैधानिक पदो पर बैठे लोग सुप्रिम कोर्ट की 2018 की गाईड लाईन की अवमानना करते हुए खुलेआम भडकाउ भाषण दे रहे है और ईनमे से कई लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किये जाने के बावजूद प्रसाशन के इशारे पर अपराधियों के विरुद्ध किसी भी प्रकार की कोई कारवाई और गिरफतारी नहीं हुई है।
देशहित सर्वोपरी होता है। दलगत राजनिती से उपर उठकर राहुल जी और ईन्डिया गठबंधन का शीर्ष नेतृत्व देश में एकता और भाईचारा बनाए रखने के लिए, कानून राज को पुनः स्थापित करने के लिए एनडीए गठबंधन के बिनसांप्रदायिक राजनिती करने वाले श्री चंद्राबाबु नायडू जी, श्री नितीश कुमार जी और श्री चिराग पासवान जी के माध्यम से वर्तमान सरकार को प्रमाणिकतापूर्वक अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने का आहवान करेंगे।
ईसी उम्मीद के साथ देश की जनता भी आपकी तरफ देख रही है।